SWASTHY SHIKSHA EVAM YOG KE TATAV

Author: R.K.S. Dagar, S.S. Maan

 किसी भी नई वस्तु या विषय का अध्ययन करने के दो तरीके हो सकते हैं । प्रथम - आज जो उपलब्ध है , उसको जाना समझा जाये या उसका अध्ययन किया जाये और दूसरा - उसके बाद उसके सम्बन्ध में उसके इतिहास को जानने की कोशिश की जाये अर्थात् अमुक विषय पहले था या नहीं ? यदि था , तो किस रूप में था , यदि नहीं था तो क्यों नहीं था ? इसकी जरूरत पहले भी थी या नहीं , पहले अमुक विषय किस रूप में था , यानि विकसित रूप में था या अविकसित रूप में था आदि । इसी बात को संक्षेप में इस तरह भी कहा जा सकता है- " ज्ञात से अज्ञात कि ओर " या " वर्तमान से भूत की ओर "।

योग एवम् स्वास्थ्य योग कब करें योग एवं स्वास्थ्य के लिए आहार योगाभ्यास में साधक एवं बाधक तत्व योग के प्रकार योग : आसन एवं क्रियाएँ

ISBN 9788172160992

 

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