भारतीय शिक्षा का इतिहास भारतीय सभ्यता का भी इतिहास है । भारतीय समाज के विकास और उसमें होने वाले परिवर्तनों की रूपरेखा में शिक्षा की जगह और उसकी भूमिका को भी निरंतर विकासशील पाते हैं । सूत्राकाल तथा लोकायत के बीच शिक्षा की सार्वजनिक प्रणाली के पश्चात हम बौद्धकालीन शिक्षा को निरंतर भौतिक तथा सामाजिक प्रतिबद्धता से परिपूर्ण होते देखते हैं । बौद्धकाल में स्त्रियों और शूद्रों को भी शिक्षा की मुख्य धारा में सम्मिलित किया गया ।
प्राचीन भारत में शिक्षा प्राचीन भारत में ब्राह्मणकालीन शिक्षा बौद्धकालीन शिक्षा प्राचीन शिक्षा केन्द्र मुस्लिम कालीन शिक्षा तत्कालीन देशी शिक्षा की दशा मिशनरियों एवं ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रारंभिक शिक्षा प्रयास शिक्षा की अनिश्चित नीति एवं शिक्षा प्रयास मैकाले का विवरण - पत्र , 1835 वुड का घोषणा पत्र , 1854 भारतीय शिक्षा आयोग या हण्टर कमीशन , 1882-83भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम एवं लार्ड कर्जन सैडलर कमीशन ( 1917-1919 ) एवं हर्टाग कमीशन ( 1927-1929 ) राष्ट्रीय आंदोलन एवं शिक्षा की प्रगति , गोखले का बिल एवं शिक्षा नीति संबंधी सरकारी प्रस्ताव ऐबट वुड रिपोर्ट ( 1936.37 ) एवं सार्जेण्ट योजना ( 1944 ) आंग्रेजी शिक्षा प्रणाली का मूल्यांकन.
ISBN 9788192074603
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